কৌশিকী অমাবস্যা তিথি | Kaushiki Amavasya Celebration
एक साल में जितने भी अमावस्या आती हैं उनमें कौशिकी अमावस्या का एक अलग ही महत्व होता है। इस साल 2023 में कौशिकी अमावस्या 13 सितंबर 2023 को मनाई जाएगी। आज हम अपने इस छोटे से लेख में आपको कौशिकी अमावस्या के विषय में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार शुंभ निशुंभ नामक असुरों को मारने के लिए देवी मां कौशिकी के रूप में प्रकट हुई थी।
कौशिकी अमावस्या की कथा
एक और कथा के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि सबके सामने काली कह कर बुलाए जाने पर देवी पार्वती ने खुद के काले स्वरूप का नदी में विसर्जन कर दिया था। देवी मां के शरीर के काले रंग के कोशिका से जन्म लिया था मां कौशिकी ने और इसके बाद कोशिकी देवी ने शुंभ और निशुंभ का संहार किया था। जिस तिथि को मां कौशिकी प्रकट हुई थी उसी को तिथि को कौशिकी अमावस्या के रूप में मनाया जाता है ।
पश्चिम बंगाल में कौशिकी अमावस्या को मां तारा के आविर्भाव दिवस के रुप में मनाया जाता है। कौशिकी अमावस्या के दिन पश्चिम बंगाल के बीरभूम नमक जिले के तारापीठ मंदिर में बहुत ही भव्य पूजा का आयोजन किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि कौशिकी अमावस्या के दिन किया गया तंत्र का काम हमेशा सफल होता है। कौशिकी अमावस्या की रात्रि को तारा रात्रि भी कहा जाता है।
Kaushiki Amavasya Start and End Date and Time | आइये जानते हैं की 2023 में कौशिकी अमावस्या कब है ?
कौशिकी अमावस्या प्रारंभ होगी 13 सितम्बर 2023 को
कौशिकी अमावस्या पुण्यतिथि होगी 14 सितम्बर 2023 को
कौशिकी अमावस्या समाप्त होगी 15 सितम्बर 2023 को
नोट : यह आर्टिकल कौशिकी अमावस्या की सही तारीख बताने की गारंटी नहीं लेता है, कृपया एक बार पंचांग भी अवश्य देख लें।